जम्मू-कश्मीर पुलिस के नए महानिदेशक बने आईपीएस अधिकारी नलिन प्रभात
नियुक्ति:
1992 बैच के आईपीएस अधिकारी नलिन प्रभात, जो आंध्र प्रदेश कैडर से हैं, को जम्मू और कश्मीर पुलिस के नए महानिदेशक (डीजीपी) के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति ऐसे समय में की गई है जब क्षेत्र में आतंकवादी हमले लगातार हो रहे हैं। उन्हें पहले एजीएमयूटी कैडर में स्थानांतरित किया गया और फिर महज बारह घंटे के भीतर उनके नए पद पर नियुक्ति की गई।
पृष्ठभूमि और अनुभव:
नलिन प्रभात का जम्मू और कश्मीर क्षेत्र से पुराना नाता है। उन्होंने वहां विभिन्न क्षमताओं में बारह से अधिक वर्षों तक सेवा की है। उनकी पिछली भूमिकाओं में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अतिरिक्त महानिदेशक और जम्मू और कश्मीर में सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर जनरल के रूप में सेवाएं देना शामिल है, जिससे उन्हें क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति को प्रबंधित करने का व्यापक अनुभव प्राप्त हुआ है।
उत्तराधिकार और समय:
नलिन प्रभात, 1991 बैच के अधिकारी आर.आर. स्वैन का स्थान लेंगे, जो 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। गृह मंत्रालय ने कहा है कि प्रभात की नई भूमिका में नियुक्ति तत्काल प्रभाव से की गई है और वह स्वैन की सेवानिवृत्ति के बाद डीजीपी का कार्यभार संभालेंगे।
योग्यता और मान्यता:
नलिन प्रभात को उनकी विशिष्ट सेवा के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें तीन बार पुलिस पदक वीरता के लिए, पराक्रम पदक, और पुलिस पदक विशिष्ट सेवा के लिए शामिल हैं। उन्होंने सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली से बीए (ऑनर्स) और एमए की उपाधि प्राप्त की है।
रणनीतिक महत्व:
उनकी नियुक्ति को केंद्रीय सरकार द्वारा एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, खासकर आगामी चुनावों के मद्देनजर, ताकि चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले एक मजबूत नेतृत्व स्थापित किया जा सके।
व्यक्तिगत पृष्ठभूमि:
14 मार्च, 1968 को हिमाचल प्रदेश के मनाली स्थित थुंगरी गांव में जन्मे नलिन प्रभात ने राज्य और संघीय सरकार दोनों स्तरों पर कानून प्रवर्तन में एक उल्लेखनीय करियर बनाया है।
नलिन प्रभात की व्यापक अनुभव और रणनीतिक महत्व को देखते हुए यह नियुक्ति जम्मू और कश्मीर की सुरक्षा स्थिति के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनकी पिछली उपलब्धियों और मान्यताओं से यह स्पष्ट है कि वह इस चुनौतीपूर्ण समय में क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति को संभालने में सक्षम हैं।